Secret to Reduce Belly Fat: बेली फैट यानी पेट की चर्बी कई लोगों के लिए चिंता का विषय होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बेली फैट के कई प्रकार होते हैं? दरअसल, अक्सर ऐसा होता है कि महिलाएं काफी मेहनत करने के बावजूद अपने हार्मोनल इंबैलेंस (hormonal imbalance) को कंट्रोल नहीं कर पातीं और इसके साइड इफेक्ट के रूप में पेट बाहर की तरफ निकलने लगता है. ऐसे में न्यूट्रिशनिस्ट मनप्रीत कालरा ने बताया कि बेली फैट कितने प्रकार(Types of belly fat) के होते हैं और इनके होने की क्या वजहें होती हैं. यही नहीं, इन्हें कम करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं.
बेली फैट के प्रकार और घटाने के उपाय
स्ट्रेस बेली फैट (Stressed belly):
स्ट्रेस्ट बेली फैट की वजह हाई कॉर्टिसोल हॉर्मोन की परेशानी हो सकती है. अगर इसे कंट्रोल करने के लिए रोज अश्वगंधा टी का सेवन करें तो पेट की चर्बी घट सकती है.
पीसीओडी बेली फैट (Pcod belly):
अगर आप पीसीओडी से जूझ रही हैं तो हो सकता है कि आपका पेट भी मोटापे का शिकार हो गया हो. इसकी वजह हाई इंसुलिन का होना है. ऐसे में अगर आप दालचीनी चाय रोज पियें तो इससे इंसुलिन कंट्रोल में रहेगा और बेली फैट कम होने लगेगा.
थायरॉयड बेली (Thyroid belly):
अगर आप लो थायरॉइड से जूझ रही हैं तो आपका बेली फैट कम करना मुश्किल होगा. बेहतर होगा अगर आप रोज धनिया के बीच की चाय बनाकर पियें.
मेनो बेली (Meno belly):
अगर शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन प्रोडक्शन कम हो गया है और इंसुलिन हाई हो तो इसे मेनोबेली फैट कहा जाता है. ऐसे में आप चैस्टबेरी टी का सेवन कर पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं.
ब्लोटेड बेली (Bloated belly):
अगर आपके पाचन में समस्या है, स्टोमक एसिड बनता है और डाइजेस्टिव जूस कम बन रहा है तो बेली फैट बढ़ने लगता है. ऐसे में पेट के फैट को कम करने के लिए आप रोज सौंफ और जीरा की चाय बनाकर पियें.
एल्कोहलिक बेली (Alcoholic belly):
अगर आप अल्कोहल काफी मात्रा में पी रहे हैं और डिटॉक्स नहीं कर पा रहे तो पेट बाहर आने लगता है. इस परेशानी से बचने के लिए आप कद्दू का जूस का सेवन करें. इन उपायों को अपनाकर आप अपने बेली फैट को कम कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं.
Tags: Health, Healthy Diet, Home Remedies, Lifestyle, Weight loss
FIRST PUBLISHED : July 13, 2024, 06:31 IST