Airport News: इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-थ्री से चार बैग बरामद किए गए हैं. ये सभी बैग्स फुटेक से आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट से आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे थे. शक के आधार पर जैसे ही इन बैग्स को खोला गया, वहां मौजूद तमाम अफसरों की आंखें खुली की खुली रह गईं. इस मामले में अब तक चार पैसेंजर्स को गिरफ्तार किया गया है.
कस्टम एयर इंटेलिजेंस यूनिट की निगाहें विदेश से आने वाली पैसेंजर्स और उनके सामान पर टिकी हुईं थीं. इसी बीच, एआईयू की नजरें टर्मिनल में लंबे समय से टहल रहे चार पैसेंजर्स पर टिक गईं. ये पैसेंजर्स एराइवल हॉल के एक कोने से दूसरे कोने के बीच अपने सामान के साथ टहल रहे थे. प्रोफाइलिंग के आधार पर एआईयू ने इन पैसेंजर्स को जांच के लिए रोक लिया गया.
पूछताछ में पता चला कि ये चारों पैसेंजर्स फुकेट से आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-379 से आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री पहुंचे थे. इन पैसेंजर्स के पास मौजूद बैगेज का एक्स-रे कराने पर संदिग्ध इमेज नजर आईं. इसके बाद, पैसेंजर्स की मौजूदगी में सभी बैग्स को खोला गया. बैग खुलते ही वहां मौजूद तमाम अधिकारियों की आंखें खुली की खुली रह गईं.
दरअसल, इन बैग्स के भीतर से 29 ट्रांसपैरेंट पॉलिथिन पैकेट बरामद किए गए, जिसके भीतर हाइड्रोपोनिक वीड भरा हुआ था. बरामद किए गए चारों बैग के भीतर से कुल 9.919 किलो हाइड्रोपोनिक वीड बरामद किया गया है. आपको यहां बता दें कि कस्टम की नजर से बचाने के लिए हाइड्रोपोनिक वीड को करीब 1133 ग्राम पैकिंग मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया था.
कस्टम के सीनियर ऑफिसर के अनुसार, चारों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20, 23, 29 और 43(बी) के तहत एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके कब्जे से बरामद किए गए हाइड्रोपोनिक वीड की कीमत करीब 9.91 करोड़ रुपए आंकी गई है. मामले की तफ्तीश फिलहाल जारी है. यहां आपको बता दें कि हाइड्रोपोनिक वीड को सामान्य तौर पर गांजे के नाम से भी जाना जाता है.
FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 10:18 IST