Kia इंडिया ने 1,138 यूनिट्स को रिकॉल किए जाने की घोषणा की है। कंपनी ने जानकारी दी है कि जो मॉडल्स 3 मार्च, 2022 और 14 अप्रैल 2023 के बीच निर्मित हैं, उन्हें एक समस्या के चलते वापस सर्विस सेंटर बुलाया जा रहा है। समस्या इंटीग्रेटेड चार्जिंग कंट्रोल यूनिट में पाई गई है, जो EV के ऑग्जिलरी बैटरी पैक को प्रभावित कर रही है। यह समस्या ग्लोबल मॉडल्स में मौजूद है और भारत में Kia EV6 को पूरी तरह से बनी यूनिट (CBU) के रूप में इंपोर्ट किया गया है। ऐसे में भारत में मौजूद यूनिट्स भी रिकॉल किए गए हैं।
Kia का कहना है कि कंपनी बेहतर ओनरशिप एक्सपीरिएंस को बनाए रखने के लिए प्रभावित EV6 मॉडल पर इंटिग्रेटिड चार्जिंग कंट्रोल यूनिट के सॉफ्टवेयर को अपडेट कर रही है। Kia इंडिया का कहना है कि इसने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) को रिकॉल के बारे में सूचित कर दिया है। सॉफ्टवेयर अपडेट के लिए अपॉइंटमेंट शेड्यूल करने के लिए ग्राहक अपने संबंधित किआ डीलरशिप से भी संपर्क कर सकते हैं।
यूएसएटूडे की रिपोर्ट के अनुसार, इसी साल मार्च में Kia ने 48,232 EV6 को अमेरिका में रिकॉल किया था। यह समान समस्या थी, जहां ड्राइविंग पावर लॉस का खतरा जताया गया था। उस समय भी किया ने बताया था कि “प्रभावित वाहनों को इंटीग्रेटेड चार्जिंग कंट्रोल यूनिट के साथ समस्याओं का अनुभव हो सकता है, जो कारों को चार्ज करने में सक्षम बनाता है।” कंपनी के अनुसार, इस समस्या के चलते ICCU क्षतिग्रस्त हो सकता है और 12-वोल्ट बैटरी को चार्ज करना बंद कर सकता है, जो ड्राइविंग के दौरान डिस्चार्ज हो सकती है और धीरे-धीरे मोटिव पावर को कम कर सकती है, जिसकी वजह से ड्राइव पावर की कुल हानि हो सकती है।
इसी साल जून में Hyundai इंडिया ने भी अपनी Ioniq 5 इलेक्ट्रिक SUV की 1,744 यूनिट्स को रिकॉल किया था। इस रिकॉल के पीछे भी ICCU में समस्या बताई गई थी। समस्या 21 जुलाई, 2022 और 30 अप्रैल, 2024 के बीच बने यूनिट्स में पाई गई थी। यहां खास बात यह है कि जहां एक ओर Kia EV6 भारत में CBU के रास्ते लाई जाती है, वहीं Ioniq 5 को भारत में ही असेंबल किया जाता है।