Bloomberg की रिपोर्ट में कंपनी के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मौजूदा वित्त वर्ष में देश से एपल का आईफोन्स का एक्सपोर्ट 10 अरब डॉलर से अधिक हो सकता है। कंपनी ने देश में अपने कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चर्स के जरिए मैन्युफैक्चरिंग को तेजी से बढ़ाने की तैयारी की है। चीन पर निर्भरता घटाने की एपल की योजना में भारत का महत्वपूर्ण योगदान होगा। कंपनी के तीन कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चर्स दक्षिण भारत में अपनी फैक्टरियों में आईफोन की असेंबलिंग करते हैं। इनमें ताइवान की Foxconn Technology और Pegatron के अलावा Tata Electronics हैं।
फॉक्सकॉन की फैक्टरी तमिलनाडु में चेन्नई के निकट है। देश से आईफोन के एक्सपोर्ट में इसकी हिस्सेदारी लगभग आधी है। ऑटोमोबाइल से लेकर सॉफ्टवेयर तक के बिजनेस से जुड़े Tata Group की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग यूनिट Tata Electronics ने पहली छमाही में लगभग 1.7 अरब डॉलर के आईफोन्स का एक्सपोर्ट किया है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की फैक्टरी कर्नाटक में है। पिछले वर्ष टाटा ग्रुप ने Wistron से इस फैक्टरी को खरीदा था।
एपल की की देश में अपने रिटेल स्टोर्स बढ़ाने की भी योजना है। कंपनी के पिछले वर्ष दिल्ली के साकेत में सेलेक्ट सिटीवॉक और मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में खोले गए स्टोर्स को अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। एपल की दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरू, मुंबई और पुणे में नए स्टोर्स शुरू करने की तैयारी है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एपल ने देश में अपनी वेबसाइट पर कई जॉब्स को लिस्ट किया है। इनमें फुल-टाइम और पार्ट-टाइम जॉब्स शामिल हैं। कंपनी के लगभग 400 एंप्लॉयीज को हायर करने का अनुमान है। देश में एपल के स्टोर्स का बिक्री के पहले वर्ष में रेवेन्यू लगभग 800 करोड़ रुपये का रहा है। इसमें दिल्ली में साकेत के स्टोर की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत की है।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।
Smartphones, Manufacturing, Demand, IPhone, Market, Apple, Factory, Export, Pegatron, Tamilnadu, Features, Tata Group, Battery, Wistron, Prices