हालांकि, Ether में दो प्रतिशत की गिरावट थी। इसका प्राइस घटकर लगभग 2,452 डॉलर पर था। Avalanche, Binance Coin, Ripple, Tron, Cardano, Near Protocol, Chainlink, Polygon और Stellar के प्राइस बढ़े हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 2.50 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.14 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो एक्सचेंज BuyUcoin के CEO, Shivam Thakral ने Gadgets360 को बताया, “क्रिप्टो मार्केट में बिटकॉइन की हिस्सेदारी बढ़कर 56 प्रतिशत से अधिक हो गई है। बिटकॉइन ETFs को अप्रूवल और स्टेबलकॉइन की वॉल्यूम में बढ़ोतरी से यह ट्रेंड मजबूत हुआ है। इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी बढ़ना और रेगुलेटरी स्पष्टता से इनवेस्टर्स का भरोसा बढ़ सकता है।” क्रिप्टो ऐप CoinDCX की मार्केट टीम ने कहा, “अमेरिका में PPI डेटा के अनुमान से कम रहने के कारण क्रिप्टो मार्केट में तेजी है। मार्केट का फोकस CPI डेटा पर शिफ्ट हो गया है।”
मौजूदा वर्ष की पहली छमाही में इंटरनेशनल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का कैपिटलाइजेशन लगभग 44 प्रतिशत बढ़कर 720 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस वर्ष की शुरुआत में बिटकॉइन ETFs के लॉन्च से इस सेगमेंट की ग्रोथ तेजी से बढ़ी है। क्रिप्टो एक्सचेंज Binance की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष जनवरी से जून के बीच बिटकॉइन ने ग्रोथ दर्ज की है। इसके पीछे बिटकॉइन ETF की शुरुआत होना और इसके नेटवर्क की चौथी हाविंग प्रमुख कारण हैं। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether की वैल्यू भी तेजी से बढ़ी है। अमेरिका में बिटकॉइन ETFs में लगभग 17 अरब डॉलर का इनवेस्टमेंट हुआ है। इन ETFs में प्रति दिन की औसत ट्रेडिंग लगभग 2.3 अरब डॉलर की है। इस वर्ष बिटकॉइन ने लगभग तीन वर्षों के बाद नया हाई लेवल बनाया था। इसका प्राइस मार्च में 73,737 डॉलर से अधिक पर पहुंचा था। केंद्र सरकार की इस सेगमेंट को रेगुलेट करने की कोई योजना नहीं है। यूरोपियन यूनियन ( EU) और UAE में क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए गए हैं।