नई दिल्ली. पिच पर घास की मौजूदगी और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का नेट्स पर जमकर अभ्यास. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत-न्यूजीलैंड के बीच बुधवार से शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच में क्या होने वाला है. बांग्लादेश के खिलाफ भारत ने प्लेइंग इलेवन में तीन पेसर उतारे थे. अगर न्यूजीलैंड के खिलाफ भी टीम कॉम्बिनेशन वैसा ही रहे तो किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए. अगले कुछ दिनों में मौसम भी खराब रहने की भविष्यवाणी है. इससे तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का मामला मजबूत हो गया है.
भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज शुरू होने से दो दिन पहले कोच गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. एक चतुर कोच की तरह उन्होंने अपनी योजना का खुलासा नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘यह (संयोजन) परिस्थितियों, विकेट और विपक्षी टीम पर निर्भर करता है. इस ड्रेसिंग रूम की सबसे अच्छी बात यह है कि हमारे पास इतने सारे स्तरीय खिलाड़ी हैं और हम उनमें से किसी को भी चुन सकते हैं. हम जानते हैं कि वे हमारे लिए काम कर सकते हैं. इसे ही गहराई कहते हैं. हम कल पिच देखेंगे. हम बातचीत करेंगे और देखेंगे कि चिन्नास्वामी स्टेडियम में जीतने के लिए सबसे अच्छा संयोजन क्या है.’
हालांकि गंभीर, कप्तान रोहित शर्मा और थिंक टैंक के अन्य सदस्य निश्चित रूप से न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के श्रीलंकाई स्पिनरों के खिलाफ हाल ही में किए गए संघर्ष पर विचार करेंगे. न्यूजीलैंड ने पिछले महीने दो टेस्ट मैचों की सीरीज में बाएं हाथ के स्पिनर प्रभात जयसूर्या की अगुवाई वाले श्रीलंकाई स्पिनरों के सामने 37 विकेट गंवाए थे.
भारत बाएं हाथ के पारंपरिक स्पिनर अक्षर पटेल और बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव पर भरोसा कर सकता है. गंभीर ने रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के साथ एक अतिरिक्त स्पिनर को खिलाने के विकल्प को खुला रखा है. उन्होंने कहा, ‘जाहिर है कि हमारे पास बहुत सारे बेहतरीन गेंदबाज हैं, सिर्फ कुलदीप यादव ही नहीं, बल्कि हमारे पास टीम में कई अन्य बेहतरीन गेंदबाज भी हैं.’
गंभीर ने कहा, ‘मैंने पहले भी कहा है कि हम किसी को योजना से बाहर नहीं रखते. हम सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों को चुनते हैं जो हमारे लिए काम कर सकें.’ अगर पिच और परिस्थितियां ऐसी ही रहीं तो न्यूजीलैंड को कोई शिकायत नहीं होगी क्योंकि इससे उनके तेज गेंदबाज की भूमिका अहम हो सकती है. ऐसी स्थिति में न्यूजीलैंड की टीम भारतीय बल्लेबाजी क्रम के खिलाफ तेज गेंदबाज विलियम ओरोर्के पर बहुत अधिक निर्भर करेगी. ओरोर्के ने गॉल की पिच से कोई मदद नहीं मिलने के बावजूद आठ विकेट लिए थे.
न्यूजीलैंड के रचिन रविंद्र ने कहा, ‘मुझे लगता है कि पारंपरिक रूप से बेंगलुरू की पिच थोड़ा कम टर्न लेने वाली है. आप यहां कई तेज गेंदबाजों को विकेट लेते हुए देखते हैं. यहां शायद उतना टर्न नहीं मिले जितना हम मुंबई में उम्मीद कर सकते हैं.’
रविंद्र ने कहा कि जहां तक पिच की प्रकृति का सवाल है तो न्यूजीलैंड की टीम को बिना किसी पूर्वाग्रह के टेस्ट मैच खेलना होगा. उन्होंने कहा, ‘यह पहले, दूसरे दिन टर्न नहीं करेगी लेकिन तीसरे, चौथे या पांचवें दिन कर सकती है. हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम जो हमारे सामने है, उसके अनुसार खेलें और इस मैच में पूर्वाग्रहों के साथ नहीं उतरें.’
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FIRST PUBLISHED : October 14, 2024, 20:31 IST