नई दिल्ली. चाचा-भतीजे की कुछ जोड़ियां क्रिकेट में चमक दिखा चुकी हैं. भारत के रणजीत सिंहजी के अलावा उनके भतीजे दिलीप सिंहजी इंग्लैंड की ओर से इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके हैं. इसके अलावा पाकिस्तान के इंजमाम उल हक-इमाम उल हक, मुश्ताक मोहम्मद-शोएब मोहम्मद व जावेद मियांदाद-फैजल इकबाल, दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम व शॉन पोलाक और वेस्टइंडीज के फिल सिमंस व लेंडल सिमंस के नाम भी इनमें शामिल हैं.
अफगानिस्तान के इब्राहिम जादरान और उनके चाचा नूर अली जादरान की जोड़ी तो इस मामले में अलग ही है. चाचा-भतीजे की यह जोड़ी दो टेस्ट मैचों में एक साथ पारी की शुरुआत करते हुए शतकीय साझेदारी निभा चुकी है. कुछ मौकों पर भतीजे ने चाचा की कुछ उपलब्धियों की न सिर्फ बराबरी की है बल्कि उनसे बेहतर प्रदर्शन किया है.
अंडरआर्म बॉल, लैंगर की बेईमानी और वीरू को इरादतन नोबॉल, क्रिकेट मैदान पर जब शर्मसार हुई खेलभावना
इंजमाम और इमाम लगा चुके टेस्ट की दोनों पारियों में शतक
महान बैटर इंजमाम उल हक (Inzamam-ul-Haq) का भतीजा होने के कारण पाकिस्तान क्रिकेट में इमाम उल हक (Imam-ul-Haq) खूब ट्रोलिंग का शिकार होते हैं. उन्हें ‘पर्ची प्लेयर’ कहकर चिढ़ाया जाता है. इमाम भले ही चचा इंजमाम की तरह प्रतिभावान न हों लेकिन पाकिस्तानी क्रिकेट में उनका योगदान कम भी नहीं है. इन चाचा-भतीजा के नाम पर टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ने को रिकॉर्ड दर्ज हैं. इंजमाम ने 2005 के फैसलाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 109 और दूसरी में नाबाद 100 रन बनाए थे. इस रिकॉर्ड को भतीजे ने 17 साल बाद दोहराया. इमाम ने 2022 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रावलपिंडी टेस्ट की पहली पारी में 157 और दूसरी पारी में नाबाद 111 रन बनाए थे.
इस मामले में चाचा पर भारी इमाम उल हक
रिकॉर्ड के लिहाज से इमाम वैसे तो इंजमाम के आसपास भी नहीं हैं लेकिन उनकी एक ऐसी उपलब्धि है जो चाचा के नाम पर नहीं है. इमाम 2017 में वनडे डेब्यू में श्रीलंका के खिलाफ अबूधाबी में शतक (100 रन) बना चुके हैं जबकि इंजमाम ऐसा करने में नाकाम रहे थे. ‘इंजी’ नवंबर 1991 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे डेब्यू करते हुए 20 रन पर आउट हुए थे. इंजमाम ने 120 टेस्ट में 49.60 के औसत से 8830 (25 शतक)और 378 वनडे में 39.52 के औसत से 11739 रन (10 शतक) बनाए हैं जबकि इमाम के नाम अब तक 24 टेस्ट में 37.33 के औसत से 1568 (तीन शतक) और 72 वनडे में 48.27 के औसत से 3138 रन (9 शतक) हैं (रिकॉर्ड 20 अगस्त तक के).
जिस तारीख को डेब्यू किया उसी को खेला आखिरी टेस्ट, विपक्षी टीम और ग्राउंड भी सेम,भारत का कप्तान रहा
शोएब के चाचा मुश्ताक से ज्यादा दोहरे शतक
पाकिस्तान के मशहूर 5 मोहम्मद ब्रदर्स में से चार-हनीफ, वजीर, सादिक और मुश्ताक पाकिस्तान की ओर से खेल चुके हैं. इनके बाद हनीफ के बेटे शोएब मोहम्मद (Shoaib Mohammad) भी पाकिस्तान की ओर से 45 टेस्ट और 63 वनडे खेले हैं. शोएब और उनके चाचा मुश्ताक (Mushtaq Mohammad), टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगा चुके हैं. शोएब ने टेस्ट में दो दोहरे शतक बनाए है जबकि मुश्ताक ने एक. पाकिस्तान के दिग्गज बैटर जावेद मियांदाद (124 टेस्ट, 233 वनडे) के मुकाबले उनके भतीजे फैजल (26 टेस्ट, 18 वनडे) का इंटरनेशनल करियर काफी छोटा रहा लेकिन चाचा-भतीजा, दोनों ही टेस्ट और वनडे में शतक जड़ चुके हैं.
दिलीपसिंहजी के चाचा रणजीतसिंह से ज्यादा शतक
आजादी के पहले रणजीतसिंह जी (KS Ranjitsinhji) और उनके भतीजे ने इंग्लैंड में अपनी बेहतरीन बैटिंग से अंग्रेजों का दिल जीता. ये दोनों इंग्लैंड की ओर से इंटरनेशनल क्रिकेट भी खेले. वैसे तो दोनों की गिनती बेहतरीन बैटर में होती हैं लेकिन दिलीप रिकॉर्ड में चाचा से कुछ बेहतर रहे. रणजीतसिंहजी ने 15 टेस्ट में 44.95 के औसत और दो शतक की मदद से 989 रन बनाए जबकि भतीजे दिलीपसिंह जी (Kumar Shri Duleepsinhji) ने 12 टेस्ट में 58.52 के औसत से 995 रन बनाए जिसमें तीन शतक हैं. औसत और शतक, दोनों मामले में दिलीप अपने चाचा से बेहतर रहे. इन दोनों दिग्गजों के नाम पर ही भारत में रणजी और दिलीप ट्रॉफी होती है.
बदकिस्मत बॉलर, तीन बैटरों का कैच टपकाया, तीनों ने बनाया टेस्ट का टॉप स्कोर
चाचा ग्रीम और भतीजे शॉन ने लगाए टेस्ट शतक
चाचा ग्रीम और भतीजे शॉन पोलाक (Shaun Pollock) की जोड़ी दक्षिण अफ्रीका के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेली. दोनों ही टेस्ट में शतक बना चुके हैं. 1944 में जन्मे ग्रीम पोलाक (Graeme Pollock) के क्रिकेट करियर (1963-1970) का ज्यादातर समय रंगभेद नीति की भेंट चढ़ गया. वे 23 टेस्ट ही खेल सके जिसमें उन्होंने 60.97 के बेहतरीन औसत और 7 शतक की मदद से 2256 रन बनाए. भतीजे शॉन ने भी टेस्ट में दो शतक बनाए. 108 टेस्ट में 3781 रन व 421 विकेट और 303 वनडे में 3519 रन व 393 विकेट शॉन के नाम दर्ज हैं.विश्व के बेहतरीन ऑलराउंडर्स में उनकी गिनती होती थी. शॉन के पिता पीटर भी दक्षिण अफ्रीका की ओर से टेस्ट खेल चुके हैं.
स्कूली क्रिकेट में भतीजे अरमान ने तोड़ा चाचा वसीम का रिकॉर्ड
इंटरनेशनल क्रिकेट से इतर बात करें तो स्कूल क्रिकेट में अरमान जाफर (Armaan Jaffer) अपने चाचा वसीम जाफर का रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं. वसीम (Wasim Jaffer) ने भारत की ओर से 31 टेस्ट में 5 शतक की मदद से 1944 और 2 वनडे में 10 रन बनाए हैं.उन्होंने एक बार हैरिस शील्ड में 403 रन का रिकॉर्ड बनाया था जिसे भतीजे अरमान ने 2013 में अंडर-16 स्कूल टूर्नामेंट हैरिस शील्ड में 473 रन बनाकर पीछे छोड़ा था. अरमान ने अब तक 15 फर्स्ट क्लास मैच खेलकर 3 शतक की मदद से 769 रन बनाए हैं.
Tags: Inzamam ul haq, Javed Miandad, Test cricket
FIRST PUBLISHED : August 22, 2024, 07:45 IST