Advisory on Protein Supplement: आजकल युवाओं में फिटनेस को लेकर बहुत क्रेज है. जिम में पसीना तो बहाते हैं लेकिन मस्कुलर बॉडी बनाने के लिए वे कई तरह के प्रोटीन सप्लीमेंट लेते हैं. कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें प्रोटीन सप्लीमेंट के कारण किडनी फेल हुई है या गंभीर बीमारी के शिकार हुए हैं. इन सभी बातों को देखते हुए अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विस ने एडवाइजरी जारी करने का फैसला किया है. जल्दी प्रोटीन सप्लीमेंट को लेकर देश में गाइडलाइन जारी होगी.
प्रोटीन सप्लीमेंट से नुकसान
एचटी की खबर में अधिकारियों ने बताया कि कई ऐसी खबरें आई है जिसमें यंगस्टर जिम जाकर बॉडी बनाने के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट का सेवन करते हैं. इसके लिए किसी तरह से डॉक्टरों की सलाह नहीं लेते हैं. प्रोटीन सप्लीमेंट जो बाजार में मिल रहे हैं वे सर्टिफाइड भी नहीं होते. इस कारण कई बार किडनी फेल तक की नौबत आ जाती है. ऐसे में डीएचएचएस प्रोटीन सप्लीमेंट को लेकर जल्द ही नई गइडलाइन जारी करने वाली है. एक अधिकारी ने बताया कि आमतौर पर यंगस्टर को पता नहीं है कि इस प्रोडक्ट का इस्तेमाल कैसे करना है. इसलिए इस गाइडलाइन का मतलब युवाओं को यह बताना होगा कि बिना सोचे-समझे प्रोटीन सप्लीमेंट के इस्तेमाल से कितना नुकसान होता है. इस गाइडलाइन के माध्यम से प्रोटीन सप्लीमेंट के मिसयूज को रोकना है.
नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज का खतरा
इससे पहले इंडियन काउंसिल ऑफ रिसर्च आईसीएमआर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन ने भी गाइडलाइन जारी की थी जिसमें प्रोटीन सप्लीमेंट लेने के प्रति आगाह किया गया था. गाइडलाइन में कहा गया था कि प्रोटीन सप्लीमेंट के कारण किडनी डैमेज, डिहाइड्रेशन और शरीर में पोषक तत्वों का असंतुलन हो सकता है. 148 पेज के गाइडलाइन में आईसीएमआर ने बॉडी बिल्डिंग के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट के इस्तेमाल के प्रति चेतावनी दी थी. गाइडलाइन में प्रोटीन पाउडर लेने के प्रति खासतौर पर मना किया गया है. दरअसल, प्रोटीन पाउडर व्हे प्रोटीन है जिसमें ब्रांच चेन एमिनो एसिड BCAAs रहता है जिससे नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज का खतरा बढ़ जाता है. यानी बीपी, डायबिटीज सहित कई क्रोनिक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है लेकिन युवाओं को इस बात की जानकारी नहीं होती. दरअसल, जिम वाले लोग जिस व्हे प्रोटीन का इस्तेमाल करते हैं, उससे बहुत जल्दी परफॉर्मेंस में सुधार होने लगती है और थकान भी मिट जाता है लेकिन रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि बीसएए वाले एमिनो एसिड से लिवर डिजीज और इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकता है. वहीं तेजी से वजन भी गिर सकता है. इसलिए बिन डॉक्टरों की सलाह व्हे प्रोटीन का सेवन नहीं करना चाहिए.
FIRST PUBLISHED : July 19, 2024, 11:42 IST