क्या आपका बच्चा भी सोते समय कर देता है बिस्‍तर गीला, इससे छुटकारा पाने के लिये, अपनाइए ये घरेलू उपाय

Home remedies for baby: कई बार बच्चे थोड़े बड़े भी हो जाते हैं, लेकिन उनकी बिस्तर गीला करने की आदत नहीं जाती. इस बात से अक्‍सर कई पेरेंट्स की शिकायत भी रहती है कि उनका बच्चा सोते हुए अक्सर बिस्‍तर गीला कर देता है. इस बात को लेकर बच्‍चों को अपने पेरेंट्स से बहुत डांट भी पड़ती है. लेकिन क्या आपको पता है कि आपकी डांट से बच्चे की ये आदत नहीं बदलेगी. इसके लिए आपको बस कुछ घरेलू उपाय अपनाने पड़ेंगे. बच्‍चों में रात को बिस्‍तर गीला करना यानि पेशाब निकल जाना, एक आम समस्‍या है. शाम को ज्‍यादा पानी पीने, मूत्राशय के पेशाब को न रोक पाने, मूत्राशय के पूरे विकसित न हो पाने, कब्‍ज, मीठी चीजें ज्‍यादा खाने, टाइप 1 डायबिटीज, जेनेटिक कारणों, ज्‍यादा नींद आने और मूत्र मार्ग में संक्रमण के कारण बच्‍चों को यह दिक्‍कत हो सकती है. कुछ मामलों में डर की वजह से भी बच्‍चों का पेशाब निकल जाता है. कई बार बच्चे गहरी नींद में होने की वजह से महसूस नहीं कर पाते. वहीं छोटे बच्चे यूरिन आने की बात बता नहीं पाते हैं. बारिश में ये समस्या अक्सर ज्यादा बढ़ जाती है. मेडिकल हेल्‍प के अलावा आप कुछ घरेलू उपायों की मदद से भी बच्‍चों में बिस्‍तर गीला करने की समस्‍या का इलाज कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि आपको क्या टिप्स फॉलो करने हैं.

1. दालचीनी से होगी दिक्‍कत दूर

दालचीनी इम्‍यूनिटी बढ़ाती है और सर्दी-जुकाम से राहत दिलाती है. इतना ही नहीं दालचीनी बिस्‍तर गीला करने की समस्‍या को कंट्रोल करने में भी बहुत लाभकारी है. दिन में एक बार बच्‍चे को दालचीनी की छाल चबाने को दें. अगर बच्‍चा इसे खाने से मना करता है तो उसे दालचीनी की छाल को पीसकर पाउडर के रूप में दें. इससे बच्‍चे के पेशाब निकलने की दिक्‍कत दूर होगी.

2. ऑलिव ऑयल से दिखेगा फर्क

विटामिन ए और ओमेगा एसिडों से युक्‍त ऑलिव ऑयल बच्‍चों के मस्तिष्‍क के विकास में उपयोगी होती है. यह स्किन और बालों को स्‍वस्‍थ रखने के साथ-साथ बच्‍चों में बिस्‍तर गीला करने की शिकायत को भी दूर करता है. थोड़ा-सा ऑलिव ऑयल लें और उसे हल्‍का गर्म कर के सर्कुलर मोशन यानि गोल-गोल बच्‍चे के पेट पर लगाते हुए मालिश करें. रात को सोने से पहले रोज यह नुस्‍खा आजमाने से आपको कुछ ही दिनों में फर्क दिखने लगेगा.

3. एप्‍पल साइडर विनेगर करेगा एसिड का स्‍तर नियंत्रित

एप्‍पल साइडर विनेगर में अनेक गुण होते हैं जो कई तरह की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं का इलाज करने में मदद करते हैं. इनमें बच्‍चों का बिस्‍तर गीला करना भी शामिल है. आहार में थोड़ी मात्रा में एप्‍पल साइडर विनेगर को शामिल करने से इम्‍यूनिटी बढ़ती है और सर्दी-जुकाम से बचाव होता है. यह पेट और मूत्राशय में होने वाले संक्रमणों से भी बचाता है. इससे पेट में एसिड का स्‍तर नियंत्रित रहता है जिससे पेशाब करने की इच्‍छा में कमी आती है.

4. गुनगुने पानी में मिलाकर दें आंवला

आंवला बड़ों के साथ-साथ बच्‍चों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है. इसमें विटामिन सी और एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं जो बच्‍चों को इंफेक्‍शन से बचाने के साथ-साथ पाचन को बढ़ावा देते हैं और कब्‍ज से बचाता है. मूत्राशय या आंतों में इंफेक्‍शन से बचाव के लिए यह लाभकारी होता है जिससे सोते समय अचानक पेशाब निकलने की दिक्‍कत से राहत मिलती है. एक चम्‍मच आंवला पाउडर को एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाएं और उस पर थोड़ी-सी काली मिर्च डाल दें. इस काढ़े को रोज बच्‍चे को पिलाएं.

5. एक गिलास गुनगुने दूध के साथ गुड़ खिलाएं

माना जाता है कि शरीर में गरमाई हो तो रात को सोते समय बच्‍चा पेशाब नहीं करता है. गुड़ आयरन का अच्‍छा स्रोत है और इससे पेट भी ठीक रहता है. बच्‍चे के आहार में गुड़ को शामिल करने से शरीर गर्म रहता है और बच्‍चे का इस समस्‍या से आराम मिलता है.एक चम्‍मच गुड़ को एक गिलास गुनगुने दूध के साथ मिलाकर बच्‍चे को दें. इससे बच्‍चे की परेशानी धीरे-धीरे दूर हो जाएगा.

Disclaimer: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.

Tags: Health, Lifestyle

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