Benefits of Nettle Tea: घास-फूस में उगने वाला यह एक प्लांट है जिस पर शायद ही किसी की नजर पड़ती है. इसका नाम नेटल लीव है. भारत में हिमालय एरिया में इसके पौधे बहुतायात पाया जाता है. पहाड़ों में इसे बिच्छू घास या कंडाली या फिर सिसौंण (Nettle Leaf) भी कहा जाता है. गढ़वाल में इसे कंडाली और कुमाऊं में इसे सिसौंण कहा जाता है. गलती से अगर इसकी पत्तियों में स्किन छू जाए तो बिच्छू के डंक की तरह दर्द होता है. लेकिन विज्ञान में इसके अद्भुत गुण के बारे में बताया गया है. 90 ग्राम नेटल लीव में 2.4 ग्राम प्रोटीन, 27 ग्राम कार्बोहाइड्रैट, 6.1 ग्राम फाइबर के अलावा विटामिन के, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम सहित कई तरह के तत्व पाए जाते हैं. अन्य सब्जियों की तलुना में नेटल लीव में ज्यादा विटामिन के और विटामिन ए होता है. वहीं कैल्शियम भी इसमें बहुत अधिक मात्रा में होती है.
नेटल लीव चाय के फायदे
1. दर्द से राहत-बीबीसी के मुताबिक नेटल लीव्स में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं इस कारण यह क्रोनिक डिजीज के लिए जिम्मेदार इंफ्लामेशन को कम करते हैं. इसके साथ ही यह एंटी-इंफ्लामेटरी गुण से भरे होते हैं जिसके कारण यह शरीर में कई तरह के दर्द से राहत दिला सकता है. नेटल की चाय पीने से गठिया या अर्थराइटिस दर्द से भी निजात मिल सकता है.
2. हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार-नेटल की पत्तियों में कई तरह के विटामिन और मिनिरल्स होते हैं. इसके अलावा इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, जिंक, विटामिन के भी होते हैं. ये सब बोन डेंसिटी के लिए जरूरी है. हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ ही यह ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी के जोखिम को भी कम करता है.
3. पुरुषों के लिए फायदेमंद-नेटल की पत्तियों में एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटी-ट्यूमर और एंटी वायरल गुण भी है. इस कारण यह पुरुषों में प्रोस्टेट की समस्या और प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है.
4. ब्लड शुगर कंट्रोल-नेटल लीव्स कुदरती रूप से इंसुलिन को बढ़ाती है जिसके कारण खून में शुगर की मात्रा कंट्रोल रहती है. इसलिए डायबिटीज के मरीजों के लिए यह चाय रामबाण साबित हो सकती है. रिसर्च में पाया गया है कि नेटल लीव्स पैंक्रियाज में बीटा सेल्स की संख्या को बढ़ा देता है जिससे इंसुलिन का लेवल बैलेंस रहता है.
5. कोलेस्ट्रॉल पर भी अंकुश-नेटल में क्वारसेटिन फायटोकेमिकल होता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में बहुत फायदेमंद है. इससे खून में बैड कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. नेटल की चाय पीने से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहता है.
चाय बनाने की विधि
नेटल की चाय बनाने के लिए दो चम्मच पत्तियों को एक मग पानी में डालकर इसे टीपॉट में दे दें और 10 से 15 मिनट तक ढक कर उबालें. इसके बाद इसका सेवन करें. नेटल या बिच्छू घास या कंडाली या फिर सिसौंण की चाय पीने के लिए यह जरूरी है कि आप इसकी पत्तियों को पहचानें. इसलिए किसी भी पौधे की पत्तियां न ले आएं. नेटल लीव्स को पहचानने के लिए एक्सपर्ट की जरूरत होती है.
इसे भी पढ़ें-नदी किनारे उगने वाली इस घास में है सेहत का कंपलीट पैकेज, कुछ दिन भी खा लिए तो थायराइड, डायबिटीज की छुट्टी! गुड बैक्टीरिया का खजाना
इसे भी पढ़ें-चाहे तेज लू लग जाए या इसमें बुखार से तपने लगे शरीर, भूलकर भी न लें पेरासिटामोल, वरना हो सकता है जानलेवा
Tags: Health News, Health tips
FIRST PUBLISHED : May 23, 2024, 16:15 IST