पलामू: ठंड का मौसम शुरू हो गया है. ऐसे में शरीर को गर्म और फुर्तीला बनाए रखने के लिए लोग कई जड़ी-बूटियों का सेवन करते हैं. इसके अलावा विभिन्न ब्रांड के च्यवनप्राश का भी सेवन करते हैं. लेकिन, आज आपको हम एक ऐसे च्यवनप्राश के बारे में बताते हैं, जिसका नाम सुनने के बाद आपको उसकी ताकत का एहसास खुद ब खुद हो जाएगा.
इस च्यवनप्राश का नाम वज्रांग है. इसके रोजाना सेवन से रक्त की कमी दूर होगी. साथ ही रक्त संचार भी दुरुस्त रहेगा. पलामू के आयुर्वेदाचार्य शिव कुमार पांडे का दावा है कि उन्होंने आयुर्वेदिक तरीके से वज्रांग बनाया है. ये च्यवनप्राश जिस विधि से बना है, उसी विधि से बने च्यवनप्राश का इस्तेमाल सालों पहले पहलवानी करने वाले अखाड़े में जाने से पहले करते थे.
ऐसे होता है तैयार
आगे बताया, इस च्यवनप्राश को तैयार करने में दो महीने का समय लगता है. इसे बनाने के लिए मुनक्का का सत्व, किशमिश का सत्व, अंजीर का सत्व, छुहारे का सत्व, कश्मीरी बादाम सत्व, अखरोट गिरी, पिस्ता, काजू, मूसली का सत्व, अश्वगंधा का सत्व, शतावरी का सत्व, लौंग का सत्व, दालचीनी का सत्व, जावित्री का सत्व, छोटी इलायची आदि का इस्तेमाल करके बनाया जाता है. इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है.
शरीर में रक्तवर्धक है च्यवनप्राश
शिव कुमार ने बताया, वज्रांग च्यवनप्राश शरीर में खून की कमी को दूर करता है. ये बलवर्धक, रक्तवर्धक और हड्डियों को मजबूत करता है. यह किसी औषधि से कम नहीं है. इसे सैकड़ों वर्ष पहले से पहलवान इस्तेमाल करते आ रहे हैं. इसका रेट 5 हजार रुपये किलो है, जो 8789101495 पर संपर्क कर प्राप्त कर सकते हैं.
FIRST PUBLISHED : November 12, 2024, 16:52 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.