पश्चिम चम्पारण: ग्रामीण क्षेत्रों में दशकों से एक कहावत चली आ रही है कि भैंस का दूध पीने से इंसान की बुद्धि भी भैंस की तरह मोटी हो जाती है. इस कहावत के कारण लोग भैंस के दूध को अक्सर नज़रअंदाज़ करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गाय के दूध की तुलना में भैंस का दूध अधिक पौष्टिक और गुणकारी होता है? सवाल उठता है कि जब भैंस का दूध इतना पौष्टिक है, तो फिर इसके बारे में ऐसी कहावतें क्यों प्रचलित हैं और इसे पीने वाले लोगों की संख्या क्यों कम है? पश्चिम चम्पारण ज़िले के पशु वैज्ञानिकों ने इस पर विशेष जानकारी साझा की है.
माधोपुर स्थित देशी गौ वंश संरक्षण एवं संवर्धन केंद्र में कार्यरत वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रंजन बताते हैं कि गाय के दूध में 83 से 85 प्रतिशत पानी होता है, जबकि भैंस के दूध में 72 से 80 प्रतिशत ही पानी की मात्रा होती है. इसी तरह, गाय के दूध में वसा के पार्टिकल्स की मोटाई 2 से 3 माइक्रोमीटर होती है, जबकि भैंस के दूध में यह 5 माइक्रोमीटर तक होती है. यही कारण है कि भैंस का दूध पचाने में पाचन तंत्र को अधिक मेहनत करनी पड़ती है.
गाय के दूध से ज्यादा पौष्टिक होता है भैंस का दूध
भैंस के दूध में कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जबकि गाय के दूध में विटामिन की मात्रा अधिक होती है, इसी कारण गाय का दूध हल्का पीला होता है, जबकि भैंस का दूध सफेद होता है.
भैंस का दूध पीने से बुद्धि होती है मोटी?
डॉ. रंजन के अनुसार, “गाय और भैंस, दोनों का दूध सेहत के लिए फायदेमंद है. यह आप पर निर्भर करता है कि आप कौन-सा दूध पीना पसंद करते हैं. यदि आप अक्सर पाचन से जुड़ी समस्याओं से परेशान रहते हैं, तो आपके लिए गाय का दूध ही बेहतर होगा. हालांकि, पौष्टिकता के मामले में भैंस का दूध अधिक लाभकारी है. पाचन की कठिनाईयों की बात लोगों को ज़्यादा प्रभावित नहीं करती, इसलिए भैंस के दूध पर बनी कहावत को बुद्धि से जोड़ दिया गया है.”
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FIRST PUBLISHED : August 26, 2024, 15:03 IST
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