आई कॉन्टेक्ट लेंस कर सकते हैं अंधा, इस गलती से हो सकता है कार्निया ब्लाइंडनेस

देहरादून: आज लोगों में आई कॉन्टेक्ट लेंस का क्रेज बहुत बढ़ गया है. शादी- ब्याह में ब्राइडल मेकअप से लेकर किसी पार्टी या घूमने जाने तक मे आई कॉन्टेक्ट लेंस उपयोग में लाये जाते हैं. लड़कियां ही नहीं अब तो लड़के भी इनका बहुत उपयोग कर रह हैं लेकिन इनका इस्तेमाल बहुत खतरनाक हो सकता है अगर आपसे कुछ गलतियां हुई तो. आंखों का रंग बदलने के लिए लोग इन लेंस का उपयोग तो कर लेते हैं लेकिन इनका गलत इस्तेमाल कॉर्निया पर बुरा असर डालता है.

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के दून अस्पताल के नेत्र विभाग के एचओडी और दून के जाने माने नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सुशील ओझा ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए कहा कि कॉन्टेक्ट लेंस की अगर बात करें तो कई लोग चश्मा हटाकर उनका ही प्रयोग करते हैं. वहीं आंखों के रंग को बदलने के लिए नीले, हरे या भूरे रंग के आई कॉन्टेक्ट लेंस का प्रयोग किया जाता है, खासकर ब्राइडल, सेलिब्रिटी या सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर इसका ज्यादा उपयोग करने लगे हैं.

कॉर्निया को खराब तक कर सकते हैं लेंसेस
डॉ सुशील ओझा ने कहा कि हमारा विकसित देश है. हमारे वातावरण में धूल मिट्टी, हीट बहुत मात्रा में होने से इस पर बुरा असर होता है क्योंकि ये इफेक्टिव कंडीशन पैदा करते हैं. सबसे ज्यादा आंखों में इंफेक्शन होने का खतरा लेंस लगाते हुए और उतारते हुए होता है. इसीलिए हमें इनके प्रयोग में एहतियात बरतनी चाहिए और सबसे जरूरी बात यह है कि इसका सॉल्यूशन और केस अपने साथ ही रखना चाहिए.

क़ई बार ऐसा होता है की आंखों में कुछ गिर जाता है और लोग लेंसेज के साथ ही आंखों को रगड़ना शुरू कर देते हैं. वह आंखों में इंजरी का कारण बन सकता है. इसका सॉल्यूशन हमेशा साथ रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि आंखों में कुछ गिर जाने पर लोग मसलने लगते हैं जिससे कॉर्निया इंजरी हो सकती है. कॉर्निया में खून की नसें न होने के कारण इसकी हीलिंग पावर बहुत कम होती है. इससे दवाओं का असर भी जल्दी से नहीं हो पाता है और कॉर्निया ब्लाइंडनेस का खतरा भी पैदा होता है. इसीलिए अगर आपने आई कॉन्टेक्ट लेंस पहने हुए हैं, अगर आपकी आंख में कुछ गिर भी जाता है तो पहले उन लेंस को सावधानीपूर्वक निकालिए और उसके बाद आंखों की सफाई कीजिए.

FIRST PUBLISHED : August 21, 2024, 20:24 IST

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