Eating Rice During Weight Loss: हमारा देश चावल और गेहू प्रधान देश है. देश के हर कोने में धान की फसल होती है. दक्षिण भारत में तो खाने-पीने की अधिकांश चीजें चावल से बनती है. करीब 5 हजार सालों से भी ज्यादा समय से हमारे देश में धान उपजाया जाता है. चावल के बिना हम भोजन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. हमारे शरीर में एनर्जी का मुख्य स्रोत एक तरह से चावल ही है. 100 ग्राम चावल में 28 ग्राम कार्बोहाइड्रैट होता है और इससे 130 कैलोरी ऊर्जा बन सकती है. इसलिए कई तरह की बीमारियों में चावल खाने की मनाही की जाती है. ऐसे में अगर कोई वजन कम कर रहा है तो उसे चावल खाना चाहिए या रोटी, इसे लेकर लोगों में ई तरह के कंफ्यूजन होते हैं. इसलिए हमने डायटीशियम मुक्ता वशिष्ट से इस बारे में विस्तार से जानने की कोशिश की.
क्या चावल खाना चाहिए
मुक्ता वशिष्ठ ने बताया कि वजन कम करने में कई चीजें एक साथ करनी होती है. डाइट, एक्सरसाइज और लाइफस्टाइल को हेल्दी बनाना तीन महत्वपूर्ण घटक है. इसमें डाइट सबसे अहम है. मुक्ता वशिष्ठ कहती हैं कि जब वजन कम करना होता है तो सबसे पहले कैलोरी पर लगाम लगाना होता है. कैलोरी में कटौती किए बगैर वजन कम नहीं किया जा सकता है. हमारे देश में चावल और रोटी दोनों मुख्य आहार है. ऐसे में दोनों को छोड़ना थोड़ा मुश्किल है. लेकिन हमें देखना होगा कि इन दोनों में किसमें ज्यादा कैलोरी है. निश्चित रूपसे चावल में ज्यादा कैलोरी होती है जबकि अन्य पोषक तत्वों की हानि हो जाती है क्योंकि व्हाइट चावल रिफाइंड बना होता है. इसमें कार्बोहाइ़ड्रैट की मात्रा बहुत ज्यादा हो जाती है जबकि इसमें माइक्रोन्यूट्रैंट्स बिल्कुल ही खत्म हो जाता है. इसलिए अगर किसी को वजन कम करना है तो हम लोग बिल्कुल भी चावल खाने की सलाह नहीं देते. अगर किसी को खाना है तो उन्हें हमलोग ब्राउन राइस या ब्लैक राइस खाने की सलाह देते हैं.
रोटी खाना ठीक रहेगा
मुक्ता वशिष्ठ ने बताया कि रोटी भी हमारी डाइट का मुख्य स्रोत है. गेहू से भी बहुत अधिक कैलोरी आ सकती है. सौ ग्राम गेहूं से 340 कैलोरी ऊर्जा मिलती है. लेकिन गेहूं के साथ अच्छी बात यह है कि इसमें फाइबर की मात्रा और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है जिसके कारण यह बहुत ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता. लेकिन अगर आप वजन कम करना चाहते हैं और रोटी खा रहे हैं तो यह देखे कि आटे को किस तरह से बनाया गया है. अगर सीधा चक्की से इसे पिसा गया और इसके छिल्के नहीं उतारा गया है तभी इस रोटी का सेवन करे. अगर छिल्का उतार कर आटा पीसा जा रहा है तो इससे बनी रोटियां न खाएं क्योंकि तब फाइबर खत्म हो जाएगा. इसके अलावा चूंकि रोटी में भी कैलोरी बहुत होती है, इसलिए रोटियों का सेवन भी बहुत कम करे. दो-तीन रोटी से ज्यादा का सेवन न करें.
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FIRST PUBLISHED : August 16, 2024, 16:05 IST