नई दिल्ली. शादी का सीजन आने वाला है. शादी वाले घरों में तमाम लोगों ने तैयारी पूरी कर ली होंगी या चल रही होंगी. आसपास बारात जानी होती है तो बस का सफर बेहतर है, लेकिन दूर जानी होती है तो ट्रेन से जाना सुविधाजनक रहता है. क्योंकि बस से लंबा सफर मुश्किल होता है. यहां पर सवाल उठता है कि बारात के लिए ट्रेन का पूरा कोच बुक करना फायदे का सौदा होता है या फिर कोच की सीटें. दोनों बुकिंग में बहुत बड़ा फर्क है, जानकर आपके भी होश उड़ जाएंगे.
भारतीय रेलवे के अनुसार जब आप ट्रेन में सीट बुक कराते हैं तो रेलवे आपसे केवल किराया लेता है, अन्य चार्ज वसूल नहीं करता है. लेकिन अगर आप पूरा कोच या ट्रेन बुक करते हैं तो आपको कई तरह के चार्ज देने पड़ते हैं, जो काफी महंगा पड़ता है. इस संबंध में रेलवे के एक्सपर्ट बताते हैं कि सीट बुक करने की तुलना में पूरा कोच बुक करने में आपको करीब तीन गुना अधिक चार्ज देना पड़ताा है. इसलिए अलग अलग सीट बुक कराना सस्ता पड़ता है.
सीट बुक कराना सस्ता पर यह है समस्या
कोच की तुलना में सीट बुक कराना सस्ता तो है लेकिन एक समस्या यह आती है कि एक पीएनआर में छह से ज्यादा टिकट बुक नहीं हो सकते हैं. इसलिए अलग-अलग टिकट बुक कराना होगा. इसमें सीटें भी अलग-अलग कोचों में मिल सकती हैं, भले ही सभी 72 सीटों के लिए आप 12 लोग लाइन में खड़े हों. क्योंकि टिकट बुकिंग एक साथ ऑफ लाइन और ऑन लाइन चल रही होती है.
कोच बुक कराने में देने होंगे यह चार्ज
कोच या पूरी ट्रेन की फुल टेरिफ रेट (एफटीआर) पर बुकिंग होती है. इसमें 50 हजार रुपये प्रति कोच की सिक्योरिटी जमा करनी होती है. किराया यात्रा शुरू होने से लेकर अंतिम स्थान तक आने जाने का चुकाना होगा. 30 फीसदी सर्विस चार्ज आने जाने का भी देना होता है. कम से कम 200 किमी का सफर होना चाहिए. अगर कोच को रोका तो उसका चार्ज अलग से देना होगा. इसके साथ ही एसी और फर्स्ट कोच की बुकिंग में पांच फीसदी जीएसटी चार्ज के चुकाना होगा. अगर सुपरफास्ट ट्रेन में कोच लगता है तो सुपरफास्ट चार्ज शामिल होगा. अगर पूरी ट्रेन बुक करते हैं तो इंजन रोकने का चार्ज भी देना होता है. इस तरह यह काफी महंगा पड़ता है.
बुकिंग का नियम
कोच या ट्रेन आईआरसीटीसी के मध्यम से रीजनल या मुख्यालय आफिस में बुक कर सकते हैं. कुल बुकिंग का लेवी का चार्जेस 5 फीसदी चुकाना होता है. बुकिंग कम से कम एक महीने पहले और अधिकतम छह माह बाद की तिथि तक की जा सकती है.
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FIRST PUBLISHED : October 18, 2024, 08:12 IST