केरल: वट्टाथाई एक झरना है जो छोटी चट्टानों के बीच से एक सर्कल में बहता है. नदी के दोनों किनारों पर खूबसूरत पहाड़ियां और पर्वत हैं. वट्टाटिलर प्रसिद्ध जदायु पारा से केवल पांच किलोमीटर दूर है. वट्टाटिलर नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि ये ऊपर से बहने वाला पानी एक घेरे में घूमता है और फिर नीचे की ओर बहता है.
कैसे पहुंचें तिरुवनंतपुरम पल्लीकल
तिरुवनंतपुरम पल्लीकल से चार किलोमीटर की दूरी तय करके आप इस झरने तक पहुंच सकते हैं. यहां यह सामान्य झरनों की तरह ऊपर से गिरने के रूप में नहीं है. यह झरना छोटी-छोटी चट्टानों से होकर गिरता है. यहां आपको केवल पाकृतिक सुंदरता देखने को मिलेगी.
इथिक्कारा पर्वत श्रृंखला
वट्टाटिलर जिला पर्यटन संवर्धन परिषद का एक सूचीबद्ध क्षेत्र है. यह झरना तिरुवनंतपुरम जिले के पल्लीकल ग्राम पंचायत और कोल्लम जिले के चदयामंगलम ग्राम पंचायत की सीमा पर है. वट्टाटिलर मदत्तारा पर्वत से निकलने वाली 56 किमी की दूरी पर स्थित है और इथिक्कारा पर्वत श्रृंखला के अंतर्गत आता है.
खूबसूरत सूर्यास्त का नजारा
वट्टाताल की विशेषता तीन चट्टानी पहाड़ियाँ हैं. माईलाडतुम पारा, पोडियन चट्टा पारा और अज़हमलापा वट्टम में झरने की रखवाली कर रहे हैं. इन तीन चट्टानों के ऊपर से दृश्य अद्भुत है. वट्टातिलार का परिवेश कई चट्टानों और खूबसूरत ढलानों से भरा है. शाम को यहां आपको खूबसूरत सूर्यास्त देखने को मिलेगा. यहां से आप जदायु पारा और कोल्लम जिले के अन्य पर्यटन स्थलों की यात्रा आसानी से कर सकते हैं.
FIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 10:16 IST