टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के सीईओ का कहना है कि छंटनी का मकसद कॉस्ट में कटौती करना नहीं है। उसे उम्मीद है कि कंपनी मुख्य रूप से इंजीनियरिंग, प्रोडक्ट और सेल्स डिविजन में इतनी ही संख्या में कर्मचारियों को दोबारा से रखने पर उम्मीद कर रही है।
एम्प्लॉइज को लिखे लेटर में गुडारजी ने कहा है कि जिन 1 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है, वो ‘अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर रहे हैं।’ माना जा रहा है कि कंपनी कनाडा के एडमोंटन और इदाहो के बोइस में अपनी दो साइटों को बंद कर देगी।
सीईओ के लेटर में यह भी कहा गया है कि काम को बेहतर करने के लिए 300 पोस्ट को खत्म किया जा रहा है। छंटनी की योजना के तहत अटलांटा, बेंगलूरू, तेल अवीव और अन्य जगहों पर 80 टेक्नॉलजी रोल्स को एकीकृत (consolidate) किया जा रहा है।
हाल के वर्षों में दुनिया की टॉप कंपनियों ने छंटनी की है। गूगल से लेकर माइक्रोसॉफ्ट और पेटीएम तक ने छंटनी की है। मई में आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि पेटीएम के मालिकाना हक वाली वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड फिर से नौकरियों पर कैंची चला सकती है। इसकी वजह और कोई नहीं, बल्कि एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) है।