नई दिल्ली. टी20 फॉर्मेट ने क्रिकेट में क्रांतिकारी बदलाव लाने का काम किया है. इसने खेल को गतिमान बनाने के साथ वनडे फॉर्मेट से कुछ हद तक ऊब रहे फैंस में खेल का रोमांच लौटाया है. टी20 फॉर्मेट में चौकों-छक्कों की ऐसी झड़ी लगती है कि इन्हें देखने स्टेडियमों में भीड़ उमड़ती है. टी20 मैचों का लाइव टेलीकास्ट देखने वालों की संख्या में हो रहा इजाफा इस फॉर्मेट को दुनियाभर में पॉपुलर बनाने के लिहाज से अच्छा संकेत है.
टी20 की जब शुरुआत हुई तो 100+ का स्ट्राइक रेट और 8 रन प्रति ओवर के औसत से 160 या इससे अधिक का स्कोर काफी सुरक्षित माना जाता था लेकिन स्थितियां बदल चुकी हैं. इस फॉर्मेट की किसी भी टीम में अब उन्हीं बैटरों को तवज्जो मिल रही है जो 140 या इससे अधिक के स्ट्राइकर रेट से रन बनाने और अपने जोरदार प्रहारों से मैच का रुख पलटने में माहिर हों. ऐसी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए बैटर नए-नए शॉट ईजाद कर रहे हैं. आज बैटर से क्रीज पर पहुंचने के बाद समय गंवाए बिना पहली ही गेंद से स्कोरिंग शॉट लगाने की उम्मीद की जाती है. कुछ खिलाड़ी तो ऐसे हैं जो टी20 इंटरनेशनल में बैटिंग के दौरान अपनी पहली ही गेंद पर छक्का जड़ने का कारनामा कर चुके हैं. इनमें वेस्टइंडीज के 4 खिलाड़ी हैं. भारत और श्रीलंका के बीच मौजूदा टी20 सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे सूर्यकुमार यादव (Surya kumar Yadav) भी ऐसा कर चुके हैं.
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नजर डालते हैं उन प्लेयर्स पर जिन्होंने टी20 इंटरनेशनल की अपनी पहली ही गेंद पर 6 जड़े..
सोहेल तनवीर : पाकिस्तान के सोहेल तनवीर (Sohail Tanvir) को टी20 फॉर्मेट के बेहतरीन ऑलराउंडर्स थे.अजीब एक्शन से बॉलिंग के कारण अलग पहचाने जाने वाले तनवीर निचले क्रम पर अपनी बैटिंग से स्कोर तेजी से बढ़ाने में भी माहिर थे. बाएं हाथ के बॉलर और बैटर तनवीर ने 2007 से 2027 तक पाकिस्तान की ओर से दो टेस्ट, 62 वनडे और 57टी20I खेले. टी20I करियर का आगाज उन्होंने चिर प्रतिद्वंद्वी भारत के खिलाफ 2007 के वर्ल्डकप में किया. डेब्यू टी20I सहित टूर्नामेंट के सेमीफाइनल तक उन्हें बैटिंग का मौका नहीं मिला. जोहानिसबर्ग में 24 सितंबर को भारत के खिलाफ फाइनल में मुश्किल परिस्थितियों में तनवीर को बैटिंग का अवसर मिला और बतौर बैटर टी20I की अपनी पहली ही गेंद पर उन्होंने एस. श्रीसंथ की लांग ऑन पर छक्का जड़ा था. वे चार गेंदों पर 300 के स्ट्राइक रेट से 12 रन बनाने के बाद श्रीसंथ की ही शिकार बने थे. मैच में पाकिस्तान को 5 रनों से हराकर भारत चैंपियन बना था.
जेरोम टेलर : अग्रेसिव स्टा्इल में क्रिकेट खेलना वेस्टइंडीज के प्लेयर्स के स्वभाव में है. इसी कारण इंडीज को टी20 फॉर्मेट की खतरनाक टीमों में गिना जाता है.दाएं हाथ के तेज गेंदबाज और बैटर टेलर (Jerome Taylor) ने 46 टेस्ट, 90 वनडे और 30 टी20I मैच खेले. टी20 इंटरनेशनल करियर का आगाज उन्होंने 16 फरवरी को 2006 न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड में किया लेकिन शुरुआती दो मैचों में बैटिंग का मौका नहीं मिला. 18 जनवरी 2008 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग के टी20I में आखिर बैटिंग का मौका मिला. बैटर के तौर पर टी20I की अपनी पहली ही गेंद को उन्होंने मिडविकेट के ऊपर से छक्के के लिए उड़ाया. बॉलर थे मखाया एनटिनी. मैच में दक्षिण अफ्रीका ने 4 विकेट से जीत हासिल की थी. टेलर लोअर ऑर्डर के अच्छे बैटर रहे हैं और टेस्ट में एक शतक और अर्धशतक लगा चुके हैं.
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जेवियर मॉर्शल : वेस्टइंडीज के लिए ओपनर की हैसियत से खेले जेवियर मार्शल (Xavier Marshall) ने 7 टेस्ट, 37 वनडे और 20 टी20Iखेले. कैरेबियन क्रिकेट में अपने लिए मौके खत्म होने के बाद जेवियर ने अमेरिका का रुख किया और वहां से क्रिकेट खेली. इंडीज टीम की ओर से 20 जून 2008 को ब्रिजटाउन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 करियर का आगाज करने वाले जेवियन ने अपनी पहली ही बॉल पर छक्का लगाया था. ब्रेट ली की ओर से फेंके गए पारी के पहले ओवर की पहली ही गेंद को पुल करके उन्होंने छक्के के लिए स्टेंड्स में पहुंचा दिया था. बारिश प्रभावित इस मैच में उन्होंने 15 गेंदों पर तीन चौकों और इतने ही छक्कों से 36 रन बनाए थे और इंडीज टीम के टॉप स्कोरर थे.
किरोन पोलार्ड: वेस्टइंडीज के इस धाकड़ प्लेयर को टी20 का बेहतरीन ऑलराउंडर माना जाता था. बल्ले और गेंद, दोनों से किसी मैच का रुख पलटने में सक्षम किरोन पोलार्ड बेहतरीन फील्डर भी थे. टी20 इंटरनेशनल में एक ओवर में 6 छक्के लगाने का रिकॉर्ड पोलार्ड के नाम पर भी है. 20 जून 2008 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिजटाउन में टी20I करियर का आगाज किया. डेब्यू टी20 में बैटिंग का मौका नहीं मिला लेकिन 26 दिसंबर 2008 को दूसरे टी20 में ऑकलैंड में न्यूजीलैंड के खिलाफ महज 7 रन की पारी खेली लेकिन अपनी पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर इस खास क्लब में अपना नाम शामिल किया. 15वें ओवर में गेल के आउट होने के बाद बैटिंग के लिए आए पोलार्ड ने स्पिनर जीतन पटेल की गेंद को मिडविकेट के ऊपर से छक्के के लिए उड़ाया था. पोलार्ड ने 123 वनडे (2706 रन, 55 विकेट) और 101 टी20I (2275 रन, 42 विकेट) खेले.
टीनो बेस्ट : तेज गेंदबाज टीनो बेस्ट (Tino Best) ने वेस्टइंडीज की ओर से 2003 से 2014 के बीच 25 टेस्ट, 26 वनडे और 6 टी20I खेले. 13 फरवरी 2013 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 करियर का आगाज किया लेकिन जुलाई 2013 तक इस फॉर्मेट में बैटिंग का अवसर नहीं मिला. 28 जुलाई को पाकिस्तान के खिलाफ टी20I में पहली बार बैटिंग के लिए उतरे. सईद अजमल की पहली ही गेंद को लांग ऑफ के ऊपर छक्के के लिए उड़ाया. मजे की बात यह है कि छह टी20I के छोटे करियर में बेस्ट ने केवल इसी मैच में बैटिंग की और नाबाद 17 रन बनाए. पांच अन्य मैचों में उन्हें बैटिंग का मौका नहीं मिला.
भारतीय क्रिकेटर जो बाएं हाथ से बैटिंग करते थे और दाएं से बॉलिंग, 4 ने तो डेब्यू टेस्ट में जड़े शतक
मांगेलिशो मोशिले : अश्वेत प्लेयर मांगेलिशो (Mangaliso Mosehle), दक्षिण अफ्रीका की ओर से विकेटकीपर बैटर की हैसियत से खेले लेकिन महज 7 टी20I के साथ ही इंटरनेशनल करियर पर फुलस्टाप लग गया. 20 जनवरी 2017 को श्रीलंका के खिलाफ सेंचुरियन में टी20 डेब्यू किया और नुवान कुलसेकरा की गेंद को प्वाइंट के ऊपर से छक्के लिए उड़ाकर, इंटरनेशनल क्रिकेट की अपनी पहली ही बॉल पर छक्का लगाने का रिकॉर्ड बनाया. मजे की बात यह है कि इस गेंद के बाद वे मैच में कोई और बॉल नहीं खेल सके और एक बॉल पर 6 रन बनाने के बाद रनआउट हो गए थे. सात टी20I में 21 के औसत से 105 रन बनाए.
मार्क अडायर : आयरलैंड के मार्क अडायर (Mark Adair) ने अब तक 5 टेस्ट, 48 वनडे और 86 टी20I खेले हैं. 12 जुलाई 2019 को जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 करियर का आगाज किया. डेब्यू मैच में बैटिंग का मौका नहीं मिला लेकिन 14 जुलाई 2019 को इसी टीम के खिलाफ दूसरे मैच में 15 गेंदों पर 38 रनों की पारी खेली और टी20 इंटरनेशनल करियर में जो पहली बॉल फेस की, उसी पर सीन विलियम्स को छक्का लगाया था.
धीमी बैटिंग के लिए मिला ‘टुक-टुक’ नाम तो टेस्ट में सबसे तेज सेंचुरी जड़कर दिया जवाब
सूर्यकुमार यादव : भारत के इस धाकड़ बैटर को दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स के बाद दूसरा ‘360 डिग्री प्लेयर’ कहा जाता है. मैदान के किसी भी कोने में शॉट लगाने में सक्षम सूर्या (Suryakumar Yadav) के टी20I रिकॉर्ड जबर्दस्त हैं. अब तक एक एक टेस्ट और 37 वनडे खेले सूर्या ने 69 टी20I में 43 के आसपास के औसत से 2400 से अधिक रन बनाए हैं. उनका स्ट्राइक रेट 168 से ऊपर का है, इस फॉर्मेट में चार इंटरनेशनल शतक उनके नाम पर हैं. 14 मार्च 2021 को इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में टी20 इंटरनेशनल करियर का आगाज किया. डेब्यू टी20I में बैटिंग का मौका नहीं मिला लेकिन इसी मैदान पर 18 मार्च को सीरीज के दूसरे मैच में अर्धशतक (31 गेंदों पर 57 रन) जड़ा. इंटरनेशनल टी20 की अपनी पहली गेंद पर जोफ्रा आर्चर को छक्का जड़ा था. डेब्यू टी20I की अर्धशतकीय पारी के लिए SKY प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किए गए.
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FIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 08:06 IST