नई दिल्ली. मैं खुद से बस यही कहता हूं कि भाई तू दुखी मत हो कि तू अपने देश के लिए फिर नहीं खेलेगा, पर इस बात की खुशी अपने पास रख कि तू अपने देश के लिए खेला. और यही मेरे लिए सबसे बड़ी बात है कि मैं खेला. एक मिनट 17 सेकेंड का वीडियो जारी कर टीम इंडिया के ‘गब्बर’ ने इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया. टीम इंडिया के लेफ्ट हैंड ओपनर शिखर धवन कहीं कोई छिपे दर्द की तरफ इशारा तो नहीं कर रहे कि उन्हें पीछे मुड़कर नहीं देखना कि क्या कुछ उनसे पीछे छूट गया. खैर, धवन को जब टीम से अंदर बाहर किया जा रहा था तब शायद वह एक या दो साल और खेल सकते थे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं हुआ. उन्हें विदाई मैच भी खेलने का मौका नहीं मिला. भारी मन से धवन ने क्रिकेट को अलविदा कहा है.
शिखर धवन (Shikhar Dhawan) उस समय ओपनिंग में अपनी जगह बनाई जब टीम इंडिया परिवर्तन के दौर से गुजर रही थी. दिग्गज सचिन तेंदुलकर के व्हाइट बॉल क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर खराब फॉर्म की वजह से अपनी जगह गंवा चुके थे. तब टीम इंडिया को ओपनर की तलाश थी. उस समय रोहित शर्मा को ओपनिंग में प्रमोशन किया गया और उनके साथ धवन थे. धवन ने सलामी बल्लेबाज के तौर पर टीम में सहवाग की जगह ली थी. तत्काकाली कप्तान एमएस धोनी की कप्तानी में ओपनिंग को दोबारा मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया गया. यह निर्णय निर्णायक साबित हुआ. इसका रिजल्ट 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में देखने को मिला. भारत ने उस साल चैंपियंस ट्रॉफी जीती जिसमें धवन ने 5 मैचों में 363 रन बनाए थे वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में उभरे.
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धवन ने औरा रोहित ने ओपनिंग में गाड़े झंडे
धवन और रोहित की ओपनिंग जोड़ी ने टीम इंडिया के लिए एक मजबूत नींव रखी. इसमें धवन की विस्फोटक बल्लेबाजी शैली ने रोहित के अप्रोच को पूरक बनाया. रोहित और धवन की सलामी जोड़ियों ने अपने दम पर कई मैच टीम इंडिया को जिताए. इसके अलावा विराट कोहली के नंबर तीन पर बेजोड़ प्रदर्शन से भारतीय टीम को मजबूती मिली. टॉप ऑर्डर के तीनों खिलाड़ियों के दम पर भारत ने लगभग एक दशक तक व्हाइट बॉल क्रिकेट में राज किया. रोहित और शिखर की जोड़ी ने वनडे में ओपनिंग में 117 पारियों में 5193 रन बनाए जिसमें 18 शतक और 15 अर्धशतक शामिल है.
सेलेक्टर्स ने राहुल-गिल-यशस्वी जैसे प्रतिभावाओं के उदय से धवन से फेरा मुंह
शिखर धवन, रोहित शर्मा और विराट कोहली ने जून 2013 से जून 2019 तक क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में मिलाकर मिलकर कुल 103 शतक जड़े. इसमें विराट ने 49 सेंचुरी जड़ी वहीं रोहत ने वनडे और टेस्ट में 30 शतक लगाए जबकि धवन ने इन पांच वर्षों में 207 मैचों में 23 शतक और 40 अर्धशतक जड़े. 2019 वर्ल्ड कप के बाद से केएल राहुल के दमदार प्रदर्शन और शुभमन गिल व युवा यशस्वी जायसवाल जैसे उभरते सितारों के सामने भारतीय टीम से धवन का अंदर बाहर होना शुरू हो गया. टीम इंडिया ने इस दौरान कभी केएल राहुल को ओपनिंग में आजमाया तो कभी शुभमन गिल को. यशस्वी जायसवाल ने भी इंटरनेशनल स्टेज पर धमाकेदार एंट्री कर खुद को इस होड़ में शामिल कर लिया. धवन ने अपनेा आखिरी इंटरनेशल वनडे न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2022 में खेला.
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FIRST PUBLISHED : August 24, 2024, 16:32 IST