जयपुर. बेहद रसीले और गुद्देदार ड्रैगन फ्रूट में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं. यह फ्रूट बहुत रसीला होता है, जिसका पौधा एक बेल की तरह बढ़ता है. ड्रैगन फ्रूट को विदेशी फल माना जाता है. ड्रैगन के पौधे को धूप बहुत पसंद है. इसे पौधे के अलावा बीज व कटिंग से भी रोपण किया जा सकता है. यह एक कैक्टस प्रजाति का पौधा होता है. इसके छिलके का रंग हरा व बाद में लाल- गुलाबी हो जाता है.
आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. यह डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों में लाभकारी होता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी, और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं. यह शरीर को हाइड्रेटेड रखने और ऊर्जा प्रदान करने में भी सहायक होता है.
ड्रैगन फ्रूट खाने के के फायदे
आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं और यह सेहत के लिए बहुत उपयोगी है. ड्रैगन फ्रूट में विटामिन सी, आयरन और प्रोटीन होता है जो त्वचा और बालों के लिए बहुत फायदेमंद फ्रूट है. इसके अलावा इस फ्रूट में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन भरपूर मात्रा में होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है. वहीं, ड्रैगन फ्रूट में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जो वजन कंट्रोल करने में बहुत उपयोगी है. डॉक्टर ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट में कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं. इसके अलावा यह आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायक होता है.
इस तरह होती है ड्रैगन फ्रूट की खेती
ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले उन्नत किसान महेश कुमार ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खेती को गर्म जलवायु वाले क्षेत्र में की जाती है. इसके लिए हल्की काली मिट्टी या बलुई मिट्टी सर्वोत्तम होती है. इसके पौधों को 1-2 मीटर की दूरी पर रोपण किया जाता है. पौधे लगाने के शुरुआती समय में नियमित सिंचाई की जाती है, गर्मी के मौसम में अधिक पानी की आवश्यकता होती है. इसमें पौधों के विकास के अनुसार खाद देना आवश्यक है. इसके बाद ड्रैगन फ्रूट लगभग 30-50 दिन में पकता है. फल को हल्का दबाकर पकने का पता लगाया जा सकता है. जब फल रंग बदलने लगे, तो उसे काट लिया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : October 9, 2024, 19:50 IST