अल्मोड़ा /रोहित भट्ट: मैदानी क्षेत्र के साथ अब पहाड़ी इलाकों में भी धीरे-धीरे गर्मी का अहसास देखने को मिल रहा है. ऐसे में पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाला ये फिर वहां घूमने वालों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान जरूर रखना चाहिए. क्योंकि, दिन भी तेज गर्मी होती है तो रात में मौसम ठंडा होने लगता है. ऐसे में ध्यान देने की जरूरत थोड़ी ज्यादा होती है.
मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा के फिजिशियन डॉक्टर अशोक कुमार ने लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि पहाड़ों का वातावरण भी अब धीरे-धीरे बदल रहा है. कभी गर्म तो कभी ठंड देखने को मिल रही है. छोटे बच्चों से लेकर बड़े तक को परहेज करने की जरूरत है. अगर मौसम बदल रहा है, तो आपको ज्यादा ठंडी चीजों का सेवन नहीं करना है. इसके अलावा बाहर का फास्ट फूड भी न के बराबर खाना चाहिए. घर का पौष्टिक खाना ही खाना चाहिए. हो सके तो पानी उबालकर ही पिए, जिससे आप स्वस्थ रह सके.
पहाड़ों में बदलता मौसम दे रहा बीमारियों को जन्म
मेडिकल कॉलेज के फिजिशियन डॉक्टर अशोक कुमार ने बताया कि पहाड़ की इकोलॉजी बदल रही है. वैसे ही हमारे जीवन में बहुत सारी चीज भी धीरे-धीरे बदलती हुई नजर आ रही है. पहाड़ों में भी बढ़ती गर्मी मरीजों में विभिन्न तरह की बीमारियां पैदा कर रही हैं. मानसून के सीजन में हम सभी को अपना ख्याल रखने की जरूरत है. लोगों को इस मौसम में पानी उबालकर ही पीना चाहिए. अगर आप पानी उबालकर नहीं पीते हैं, तो डायरिया, डिहाइड्रेशन, पीलिया और टाइफाइड जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं. पहाड़ों में भी अब धीरे-धीरे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारी देखने को मिल रही है. इसके लिए लोगों को बचाव करने की जरूरत है.
क्या है बचाव?
लोगों को पानी उबालकर या फिर साफ पीने की जरूरत है. हो सके तो, लोगों को फास्ट फूड खाना न खाकर घर का पौष्टिक खाना ही खाना चाहिए. इसके अलावा ठंडी चीज का प्रयोग न करें. ताकि, आप स्वस्थ बने रहें.
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FIRST PUBLISHED : May 31, 2024, 13:01 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.