स्पेसक्राफ्ट में खराबी आने के कारण दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पर रोकना पड़ गया। अब माना जा रहा है कि अगर दोनों यात्री स्टारलाइनर से लौटे होते तो सकुशल होते। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बारे में नासा कमर्शल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर, स्टीव स्टिच का कहना है कि स्टारलाइनर की बिना क्रू की लैंडिंग उम्मीद के मुताबिक ही हुई। स्पेसक्राफ्ट ने ठीक उसी तरह लैंडिंग की, जैसा नासा और बोइंग ने इसे डिजाइन किया था।
उन्होंने कहा कि अगर स्पेसक्राफ्ट में क्रू सवार होता, तो स्पेस स्टेशन से हम उसी तरह अनडॉक होते, जैसे हुए। प्लान के अनुसार ही डीऑर्बिट बर्न करते और पृथ्वी के वायुमंडल में एंट्री करते। इसलिए हमारा मानना है कि क्रू के साथ भी यह एक सेफ और सफल लैंडिंग होती।
हालांकि आखिरी वक्त में नासा और बोइंग ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापसी को टाल दिया था। यह फैसला स्पेसक्राफ्ट में आई तकनीकी खराबी की वजह से लिया गया। नासा और बोइंग, स्टारलाइनर की वापसी को लेकर कन्फर्म नहीं थे। थोड़ी सी भी गड़बड़ी होने पर यात्रियों की जान को खतरा हो सकता था।
सुनीता और बुच को अब कुछ महीनों तक स्पेस में रहना होगा। उनकी वापसी नासा के क्रू-9 मिशन के साथ होगी, जिसे इस महीने लॉन्च किया जाना है। यह मिशन अगले साल फरवरी या मार्च में पृथ्वी पर लौटेगा। इतने दिनों तक स्पेस में रहने के बावजूद सुनीता और बुच सबसे ज्यादा वक्त तक स्पेस में रहने वाले एस्ट्रोनॉट नहीं बन पाएंगे। यह रिकॉर्ड एक रूसी अंतरिक्ष यात्री के नाम है।
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