How Prolong Your Life: अगर आप कॉफी नहीं पीते हैं तो आज से ही इसे पीना शुरू कर दीजिए वरना आपकी जिंदगी छोटी हो सकती है. कॉफी नहीं पीने के साथ-साथ यदि आप 6 घंटे से ज्यादा बैठे रहते हैं तो इससे मौत का खतरा और ज्यादा हो सकता है. इसलिए जीवन को लंबा करना है तो रोजाना एक कप कॉफी जरूर पिएं और बैठे रहने की गंदी आदत को छोड़ दें. दरअसल, जर्नल ऑफ बायोमेडिकल सेंट्रल पब्लिक हेल्थ की एक नई स्टडी में कहा गया है कि जो लोग कॉफी नहीं पीते हैं और 6 घंटे से ज्यादा बैठे रहते हैं उनमें समय से पहले मौत की आशंका कॉफी पीने वाले और 6 घंटे से कम समय तक बैठे रहने वालों की तुलना में 60 प्रतिशत ज्यादा रहती है. इस स्टडी एक तरह से उन लोगों के लिए चेतावनी है जो अपने शरीर को हिलाने-डुलाने से परहेज करते हैं और हमेशा बैठकर काम करने या गप्पे मारने में मशगुल रहते हैं. वहीं इस अध्ययन में कॉफी के महत्व को भी रेखांकित किया गया है. अध्ययन में कहा गया है कि कॉफी पीने से वयस्कों में ऑवरऑल जीने की क्षमता बढ़ जाती है. कॉफी पीने से मेटाबोलिक समस्याओं से निजात मिल जाता है. अगर मेटाबोलिज्म सही नहीं हो तो इससे शरीर में इंफ्लामेशन बढ़ जाता है और इससे मौत का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है. अगर इसके साथ ही गतिहीन जीवनशैली हो तो यह खतरा और कई गुना बढ़ जाता है.
लंबे समय तक बैठे रहना ज्यादा घातक
इस अध्ययन को लेकर जब न्यूज 18 ने अमेरिका के फोनिक्स में रह रही क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. प्रियंका रोहतगी से बात की तो उन्होंने कहा कि कॉफी न पीने से ज्यादा बुरी चीज लंबे समय तक बैठे रहना है. गतिहीन शरीर पूरी बॉडी को पंगु बना सकता है. उन्होंने कहा कि लंबे समय तक बैठे रहने से कई समस्याएं एक साथ धावा बोल सकती है. सबसे पहले तो इससे बैक पेन होने लगेगा जो धीरे-धीरे आपके कमर की हड्डियों को खोखला करने लगेगा. लंबे समय तक बैठे रहने से स्पाइन और ज्वाइंट पर जोर पड़ता है इससे बैक पेन होता है और पॉश्चर में भारी दिक्कत होती है. इससे रीढ़ की हड्डी टेढ़ी होने लगती है और धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है. इससे हिप के पास जो मसल्स होते हैं वे सख्त होने लगते है और इस कारण हेमस्ट्रिंग मसल्स भी टाइट होने लगेगा और इससे पैर पसारने तक में दिक्कत होगी. ऐसी स्थिति में चलने में भी दिक्कत होगी और चलते समय गिरने का डर रहेगा.
खून पैरों तक पहुंचेगा ही नहीं
डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि इन सबके अलावा जब आप लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहेंगे तो पैरों के निचले हिस्से से खून उपर की ओर चढ़ने लगेगा और ब्लड नीचे आएगा ही नहीं. इससे पैरों के निचले हिस्से में सूजन होने लगेगी. इसे डीप वेन थ्रोबोसिस (DVT)कहते हैं. 2018 की एक स्टडी में पाया गया था कि अगर आप सिर्फ दो घंटे भी एक ही जगह बैठे रहते हैं तो गर्दन और शोल्डर के साथ-साथ लोअर बैक, लोअर अंग, थाई, कलाई, हाथ और पैर में दर्द होने लगेगा. इन सबका असर सिर्फ हड्डी और मसल्स तक ही सीमित नहीं रहता बल्कि पेट के अंदर भी परेशानी पैदा करता है. इससे मेटाबोलिज्म सही से नहीं होगा. मेटाबोलिज्म स्लो होने से एनर्जी कम बनेगी और इससे शरीर में हमेशा थकान और कमजोरी रहेगी.
कैसे बचें इन चीजों से
डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि पहले तो कोशिश कीजिए हर दिन कम से कम आधा घंटा वॉक करें या कोई भी शारीरिक गतिविधि करें. यदि आपका जॉब बैठ कर काम करने वाला है तो भी टेंशन न लें. चेयर पर बैठने के बाद हर आधे-एक घंटे पर 5 मिनट के लिए चेयर से उठ जाए और आसपास टहल लें या खड़े हो जाएं. दूसरा चेयर पर बैठकर भी आप अपने शरीर को हिला-डुला सकते हैं. हर आधे घंटे पर चेयर पर बैठकर ही पांव को एकदम आगे की ओर टाइट कर लें और दोनों हाथों को उपर उठाते हुए पीछे की ओर मुड़े फिर आगे की ओर मुड़ें. इसके अलावा चेयर पर बैठे-बैठे कमर का स्ट्रेच करें. समय-समय पर बैठ हुए है गर्दन और कंधे आराम-आराम से आगे-पीछे, दाएं-बाएं घुमाते रहते. ऑफिस में हर दिन दो-तीन फ्लोर सीढ़ियों का इस्तेमाल चढ़ते हुए जरूर करें.
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FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 12:19 IST