दवाई का बाप है ये पहाड़ी बीज! कूट कूट कर भरे हैं विटामिन-एंटीऑक्सीडेंट, दर्जनों बीमारियों पर करे सफाया-The tamarind seed is a miraculous Ayurvedic medicine, strengthens bones and also controls weight

बागपत: पहाड़ी इमली का बीज एक चमत्कारी आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती है, जिसमें विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-अर्थराइटिस गुण प्रचुर मात्रा में होते हैं. यह औषधि न केवल शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने का काम करती है, बल्कि पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाती है और वजन कम करने में सहायक होती है.

आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. सुनीता सोनल धामा ने Local 18 से बातचीत में बताया कि पहाड़ी इमली का बीज कई स्वास्थ्य समस्याओं में लाभकारी है. इसके सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है और पेट संबंधी परेशानियों में राहत मिलती है. पहाड़ी इमली में कैल्शियम और फॉस्फोरस की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाती है और गठिया जैसी बीमारियों में राहत पहुंचाती है. इसके अलावा, यह जोड़ों के दर्द में भी तेजी से आराम दिलाती है.

दर्द में राहत
डॉ. धामा के अनुसार, पहाड़ी इमली का बीज महिला और पुरुष दोनों की यौन शक्ति को बढ़ाने में सहायक है. यह शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन को कम करने और दर्द में राहत लाने का काम करता है. इसके इस्तेमाल का तरीका भी सरल है, जिससे इसे आसानी से रोजमर्रा की दिनचर्या में शामिल किया जा सकता है.

कैसे करें पहाड़ी इमली के बीज का इस्तेमाल
डॉ. धामा ने बताया कि पहाड़ी इमली के बीज का चूर्ण बनाकर इसका सेवन करना सबसे अधिक प्रभावी होता है. इसे दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है, जो शरीर को कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है. यह औषधि आसानी से बाजार में उपलब्ध है और इसके नियमित उपयोग से शरीर को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है.

Tags: Health, Local18

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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