पुरुषों के लिए खुशखबरी ! रॉकेट की रफ्तार से नहीं घट रहा स्पर्म काउंट, नई रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा

New Study on Sperm Count Decline: कई रिसर्च में यह बात सामने आई थी कि दुनियाभर में पुरुषों का स्पर्म काउंट तेजी से घट रहा है. वैज्ञानिकों ने आशंका जताई थी कि इसी रफ्तार से स्पर्म काउंट में गिरावट जारी रही तो एक दिन धरती से पुरुषों का अस्तित्व मिट जाएगा. हालांकि अब एक रिसर्च में राहत भरी बात सामने आई है. शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि पुरुषों का स्पर्म काउंट इतनी तेजी से नहीं घट रहा है, जितने की आशंका जताई जा रही थी. इस आधार पर कहा जा सकता है कि आने वाले सैकड़ों सालों में भी पुरुषों के अस्तित्व को खतरा नजर नहीं आ रहा है.

न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन, कनाडा और डेनमार्क के वैज्ञानिकों ने सालों तक स्पर्म काउंट पर रिसर्च करने के बाद सनसनीखेज खुलासा किया है. शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि पुरुषों का स्पर्म काउंट तेजी से कम नहीं हो रहा है. इसमें साल दर साल बदलाव देखने को मिल रहा है, लेकिन गिरावट को लेकर कोई खास बात सामने नहीं आई है. रिसर्च करने वाले एक्सपर्ट्स ने साल 2017 से 2022 तक लगातार 6 सालों तक स्पर्म बैंक के सैंपल्स की जांच के बाद यह कहा है. हालांकि एक्सपर्ट्स तमाम सैंपल्स पर लंबे समय तक नजर बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि हकीकत सामने आ सके.

साल 2023 के एक मेटा-विश्लेषण में दावा किया गया था कि साल 2000 के बाद से दुनियाभर में पुरुषों का स्पर्म काउंट तेजी से कम हो रहा है और इसमें प्रति वर्ष 2.64% की गिरावट आई है. इस पर इंग्लैंड की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और नई स्टडी के को-ऑथर एलन पेसी का कहना है कि इसे कुछ हद तक सही माना जा सकता है, लेकिन उन्हें पिछले 6 सालों में स्पर्म काउंट में भारी गिरावट जैसे संकेत देखने को नहीं मिले हैं. ऐसे में यह कहना सही नहीं होगा कि कुछ सेंचुरी के बाद लोगों के अस्तित्व पर खतरा हो सकता है. हालांकि यह सच है कि स्पर्म काउंट पिछले कई दशकों की अपेक्षा गिरा है.

शोधकर्ताओं ने यह भी खुलासा किया है कि कोविड यानी SARS-CoV-2 वायरस सीधे तौर पर स्पर्म काउंट को प्रभावित करता है, इस बारे में कोई ठोस सबूत नहीं है. कोविड की वजह से दुनियाभर में लंबे समय तक लॉकडाउन रहा और इससे लोगों के रहने-खाने और काम करने के तरीके में बदलाव आया, जिसकी वजह से स्पर्म क्वालिटी पर बुरा असर पड़ा है. दरअसल अधिकतर लोग यह पहले से ही जानते हैं कि फिजिकल एक्टिविटी की कमी और डाइट का असर स्पर्म क्वालिटी से लेकर स्पर्म काउंट तक पड़ता है. ऐसे में कोविड की वजह से स्पर्म काउंट में गिरावट हुई है, यह नहीं कहा जा सकता है.

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Tags: Health, Lifestyle, Sperm Quality, Trending news

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