आयुर्वेदिक गुणों की खान है ये पौधा, त्वचा-बालों के लिए चमत्कार, जलने-कटने और घुटने के दर्द में देगा राहत

सिरोही. आयुर्वेद में प्राकृतिक पेड़-पौधों और जड़ी बूटियों का विशेष महत्व है. एक पौधा ऐसा है जो हमारे आसपास बहुतायत में पाया जाता है. लेकिन कम ही लोग ये जानते हैं कि इसके एक नहीं अनेक फायदे हैं. ये औषधि भी है और कॉस्मेटिक भी. साथ ही वास्तु में भी इसका बड़ा महत्व है.

ये जादुई पेड़ है ऐलोवेरा का जिसे ग्वारपाठा भी कहते हैं. ये पौधा नहीं गुणों की खान है. और लगाना भी इतना आसान कि कहीं भी आसानी से उग जाए. इस पौधे को अगर आप घर में उगाते हैं, तो कई प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं. इसे घृत कुमारी के नाम से भी जाना जाता है. कम ऊंचाई वाले इस पौधे को आप घर के आंगन में भी उगा सकते हैं.

एक पौधा कई प्रयोग
एलोवेरा की पत्तियां लम्बी होती हैं. इन पत्तियों में से जैल जैसा पदार्थ निकलता है. इसका अनेक बीमारियों में उपयोग किया जाता है. अत्यंत गुणकारी इस पौधे की कई लोग खेती करते हैं. इसका उपयोग आयुर्वेदिक दवाइयों में काफी होता हैं. बाजार में एलोवेरा का जैल, ज्यूस, स्क्रब, फेस पैक और शैंपू तक बिकता है.

त्वचा और बालों के लिए चमत्कार
इस पौधे के बारे में एक्सपर्ट सेवानिवृत जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. दामोदरप्रसाद चतुर्वेदी बताते हैं ऐलोवेरा स्किन और बालों के लिए रामबाण है. इसके जैल का इस्तेमाल चेहरे पर किया जाता है. एलोवेरा में एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, इसलिए यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. इसका जूस लोग पीते हैं. इसकी सब्जी भी बनायी जाती है. जलन, बर्न, त्वचा पर चकत्ते, दाद-खुजली, घाव और अन्य त्वचा रोगों के इलाज के लिए एलोवेरा का उपयोग किया जाता है.

डायबिटीज में राहत-इसके अलावा डायबिटीज और साइटिका, घुटने का दर्द, पैरों में सूजन में भी ये कारगर हैं. एलोवेरा जेल को नेचुरल मॉइस्चराइज़र भी माना जाता है. इसे पूरी त्वचा पर लगाया जा सकता है. शरीर को ज़्यादा गरम होने से बचाने के लिए इसका सेवन किया जा सकता है. एलोवेरा जेल को तेल में मिलाकर बालों और स्कल्प पर लगाने से बाल स्वस्थ रहते हैं. यह बालों को चिकना, रेशमी और स्वस्थ बना देता है. काले घेरों और आंखों की सूजन रोकने के लिए एलोवेरा जेल को आंखों के नीचे लगाया जा सकता है.

ऐलोवेरा के लड्डू, अचार और सब्जी
ऐलोवेरा को जैल और ज्यूस के अलावा कई तरह से उपयोग में लाया जा सकता है. डॉ. चतुर्वेदी ने बताया ऐलोवेरा के लड्डू, अचार और सब्जी भी बनती है. राजस्थान में कई जगह ग्वारपाठा का अचार बनाया जाता है. इसे स्वास्र्थ्य के लिए काफी गुणकारी माना जाता है.

सुख-समृद्धि वाला पौधा
एलोवेरा का वास्तु में भी महत्व बताया गया है. इसके पौधे को घर में रखने के कुछ वास्तु लाभ हैं. ये घर में सुख-समृद्धि लाता है. घर की उत्तर या पूर्व दिशा में एलोवेरा का पौधा रखने से सकारात्मकता आती है. एलोवेरा का पौधा बुरी ताकतों को दूर रखते हुए घर में समृद्धि लाता है.

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