न बच्‍चे हो रहे, न म‍िल रही नौकरी, तबाही का मंजर द‍िखाता है ‘कालसर्प’ योग, बचा सकते हैं ये 10 उपाय

Kaal Sarp Dosh ke Upaye: मेहनत का पूरा फल नहीं मिलता, व्यवसाय में बार-बार नुकसान हो रहा, अपनों से ठगे जा रहे या अकारण अपयश मिल रहा. स‍िर्फ इतना ही नहीं अगर काफी कोशिशों के बाद भी संतान का सुख नहीं म‍िल रहा या संतान की उन्नति नहीं हो रही. आपकी शादी की उम्र हो चुकी है पर शादी नहीं हो रही, वैवाहिक जीवन में तनाव या बार-बार चोट-दुर्घटनाएं हो रही हैं. अगर आप लगातार ऐसी परेशान‍ियों का सामना कर रहे हैं तो आपको तुरंत एक बार अपनी कुंडली जरूर द‍िखा लेनी चाहिए. हो सकता है कि आपकी कुंडली में कालसर्प योग की वजह से ये सारी घटनाएं हो रही हैं.

आखिर क्‍या होता है कालसर्प योग?

सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी के अनुसार जब किसी की कुंडली में राहु व केतू में सभी ग्रह आ जाएं तो कुंडली कालसर्प दोष की हो जाती है. ‘काल’ समय को कहते हैं और सर्प का मतलब सांप होता है. यानि सांप ने काल में कुंडली लगा ली है. इससे व्यक्ति के सब कार्य अटक जाते हैं. जीवन में कई दुख और बाधाएं आ जाती हैं. ज्योतिष शास्त्र में राहु को सांप का मुख और केतु को सांप की पूंछ माना गया है. जिन जातकों की कुंडली में कालसर्प दोष होता है, उनकी कुंडली से राहु और केतु अच्छे प्रभाव को नष्ट कर देते हैं. नौकरीपेशा हैं तो नौकरी जा सकती है. बिजनेसमैन को आर्थिक हानि हो सकती है. यदि कालसर्प दोष वाला विद्यार्थी है तो उसे पेपर में वांछित सफलता नहीं मिलती है. कालसर्प पूजा वैदिक व‍िध‍ि अनुसार करने से जीवन में परेशानियों से बचा जा सकता है.

यह हो सकते काल सर्पदोश के लक्षण

– यदि रात में बार बार आपकी नींद खुलती है.
– काल सर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति को सपने में बार-बार लड़ाई झगड़ा दिखाई देता है.
– सपने में मृत लोग दिखाई देते हैं. कुछ लोगों को यह दिखाई देता है कि कोई उनका गला दबा रहा हो.
– नींद में शरीर पर सांप को रेंगते देखना, सांप को खुद को डसते देखना भी काल सर्प दोष का लक्षण है.

कालसर्प योग का प्रभाव खत्म करने यह 10 उपाय:-

1. जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष है उन्हें नियमित भगवान विष्णु की पूजा करना चाहिए.
2. शनिवार के दिन बहते पानी में कोयले के टुकड़े प्रवाहित करें.
3. नदी के बहते पानी में मसूर की दाल और साबुत नारियल प्रवाहित करें, लाभ होगा.
4. शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा कर उसकी 7 परिक्रमाएं करने से लाभ होगा.
5. पौष अमावस्या के दिन चांदी के नाग-नागिन की पूजा करें. पूजा के बाद नदी में चांदी के नाग नागिन का जोड़ा प्रवाहित कर दें.
6. अमावस्या के दिन कालसर्प दोष की पूजा की जाती है. महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें. घर में महामृत्युंजय यंत्र की स्थापना कर सकते हैं.
7. घर में मोर का पंख रखें. घर में किसी भी सदस्य पर कालसर्प योग का प्रभाव है तो उसका असर खत्म हो जाएगा. द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मुकुट में मोर का पंख धारण कर यह इंडीकेट भी किया था.
8. महादेव का सिमरन करने से भी कालसर्प दोष का प्रभाव खत्म हो जाता है. श्रीराम ने स्वयं महादेव की पूजा कर यह प्रतीकात्मक संदेश दिया था कि महादेव का साथ मिलने पर सभी ग्रह दोष प्रभावहीन हो जाते हैं और फिर सब मंगल होने लगता है.
9. पौष अमावस्या के दिन पीपल पेड़ पर चीनी, चावल, गंगाजल, काला तिल और फूल चढ़ाएं.
10. पौष अमावस्या के दिन कौवे, कुत्ते और गाय को भोजन खिलाएं। चींटियों और मछलियों को भी खाना खिलाएं.

Tags: Astrology

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